ढाई वर्ष में विकास योजनाओं को मूर्त रूप देने से उत्तर प्रदेश की छवि बदली
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अपना आधा सफर तय कर लिया है। इस अवसर पर सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार में ढाई वर्षों तक हुवे विकास कार्यों का लेखा-जोखा पत्रकारों के माध्यम से जनता के सामने रखा है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले उन योजनाओं को बढ़ाया जिनके माध्यम से 2019 का रास्ता आसानी से पार किया जा सका कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस को एनकाउंटर के लिए खुली छूट दी गई इससे जहां एक और अपराध की दुनिया से प्रभावित प्रदेश वासियों ने राहत की सांस ली वहीं दूसरी ओर प्रदेश में निवेशकों का आना-जाना शुरू हुआ है। बीते 30 महीनों में योगी सरकार ने कई महत्वपूर्ण विश्व पर कार्य किया है गांव की ओर अधिक ध्यान देकर योगी आदित्यनाथ 2022 की राह पर चल चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को कार्यभार संभालने के बाद प्रशासनिक ढांचे में बदलाव की पहल की सीएम योगी ने इस दौरान प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना ,ऋण मोचन, जैसी ढेरों योजनाओं को लागू कर सुशासन की जहां नींव रखी, वहीं प्रदेश में भयमुक्त वातारण बनाने की दिशा में काम किया। इसी के साथ योगी सरकार ने एक जिला, एक उत्पाद' के तहत युवाओं के लिए नए रोजगार के द्वार खोले, निवेश को बढ़ावा देने के लिए उद्यमियों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने का प्रयास में इंवेस्टर समिटि और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के सहारे उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर आयोजित “विकास एवं सुशासन के 30 माह” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपनी सरकार के ढाई वर्षों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उन्होंने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा प्रकाशित पत्रिका “विकास एवं सुशासन के 30 माह” का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाले ढाई वर्षों में यूपी बदला-बदला दिखेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले ढाई सालों में जिन परियोजनाओं की शुरुआत की है, उनसे अगले ढाई साल में प्रदेश में बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि मेट्रो और रैपिड रेल प्रदेश में आ रही हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को मजबूत बनाया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। पहला वॉटर-वे वाराणसी में शुरु हुआ है। इस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर प्रदेश से गुजर रहे हैं। इनका जंक्शन दादरी में है। ढाई साल में इन्फास्ट्रक्चर और इंडस्ट्री में बड़ा निवेश होगा। उन्होंने भरे पूरे विश्वास के साथ कहा कि 2024 में यूपी सबसे तेजी से उभरने वाली अर्थव्यवस्था वाले राज्यों में होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2024 तक यूपी की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर (10 खरब डॉलर) होगी। इस दिशा में कदम बढ़ा दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर (50 खरब डॉलर) तक ले जाने का काम कर रहे हैं। इसमे उत्तर प्रदेश का बड़ा योगदान रहेगा। श्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जीडीपी बनाने के लिए मंत्री एवं ब्यूरोक्रेसी को आईआईएम से प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद योजना बेहद सफल रही है। मुरादाबाद के पीतल, अलीगढ़ के ताला, लखनऊ के चिकन, कन्नौज के इत्र, फिरोजाबाद के ग्लास और गोरखपुर के टेराकोटा उद्योग को बड़ी उछाल मिली है। इस मुहिम के जरिए 25 लाख युवाओं को नौकरी व रोजगार से जोड़ने का काम चल रहा है। मुरादाबाद से पिछले साल 6000 करोड़ तो भदोही से 4000 करोड़ का एक्सपोर्ट हुआ है। उत्तर प्रदेश में बहुत ही तेजी से चल रहे विकास कार्यों के प्रति मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।